What Is Vedic Astrology-वैदिक ज्योतिष क्या होता है आखिर वैदिक से आप अपना भविष्य को जान सकते है वैदिक ज्योतिष हमारे देश भारत के साथ यूनान,मिस्र,चीन और भी कई देशों में मानी जाती है और इन जैसे देशों में विद्वान ने ग्रहों और तारों के समूह के रंग और प्रकाश आदि की गति से पड़ने वाले प्रभाव का काफी प्रमानिंक अध्यन किया है गणित का विकास भी इसी के अध्यन के दौरान हुआ है माना जाता है खगोल विद्या का विकास भी इसी दौरान हुआ है अब हम सवाल और जवाब की और चलते है |
What Is Vedic Astrology And Its Myths ?
सवाल-वैदिक ज्योतिष में किन चीजों का अध्यन होता है ?
जवाब-वैदिक ज्योतिष में तारों और ग्रहों के प्रभाव का अध्यन होता है.
सवाल-वैदिक ज्योतिष के अनुसार गृह हम पर अपना असर क्यों करते है ?
जवाब-पृथ्वी सौर मंडल का एक तरह का ग्रह है इसी कारण इसके निवासियों पर सूर्य और सौर मंडल से प्रभाव पड़ता है
सवाल-सूर्य चलता हुआ क्यों दिखाई देता है ?
जवाब-पृथ्वी एक विशेष कक्षा में चलायमान है। पृथ्वी पर रहने वालों को सूर्य इसी में गतिशील नजर आता है।
सवाल-नक्षत्र क्या होते है और यह कितने प्रकार के होते है ?
जवाब-सौर कक्षा के आस पास तारों के समूह को नक्षत्र कहा जाता है और यह 27 तारों के समूह यानी नक्षत्र 12 होते है.
What Is Vedic Astrology Planets ?
सवाल-वैदिक ज्योतिष में गृह और उनके बारे में बताये ?
ग्रह | English name | लिंग | विम्शोतरी दशा(वर्ष) |
सूर्य | Sun | पुर्लिंग | 6 |
चंद्र | Moon | स्त्रीलिंग | 10 |
मंगल | Mars | पुर्लिंग | 7 |
बुध | Mercury | नपुंसक | 17 |
बृहस्पति | Jupiter | पुर्लिंग | 16 |
शुक्र | Venus | स्त्रीलिंग | 20 |
शनि | Saturn | पुर्लिंग | 19 |
राहु | Dragon’s Head | पुर्लिंग | 18 |
केतु | Dragon’s Tail | पुर्लिंग | 17 |
What Is Vedic Astrology Hidden Facts ?
राहु एवं केतु वास्तविक ग्रह नहीं हैं, इन्हें छायाग्रह माना गया है।
ग्रहों की आपसी मित्रता-शत्रुता इस प्रकार है…
ग्रह | मित्र | शत्रु | सम |
सूर्य | चंद्र, मंगल, गुरु | शुक्र, शनि | बुध |
चंद्र | सूर्य, बुध | मंगल, गुरु, शुक्र, शनि | |
मंगल | सूर्य, चंद्र, गुरु | बुध | शुक्र, शनि |
बुध | सूर्य, शुक्र | चंद्र | मंगल, गुरु, शनि |
गुरु | सूर्य, चंद्र, मंगल | बुध, शुक्र | शनि |
शुक्र | बुध, शनि | सूर्य, चंद्र, मंगल | गुरु |
शनि | बुध, शुक्र | सूर्य, चंद्र | मंगल, गुरु |
राशियों का स्वभाव और उनका स्वामी…
राशि | English Name | स्वभाव | राशि स्वामी |
मेष | Aries | चर | मंगल |
वृषभ | Taurus | स्थिर | शुक्र |
मिथुन | Gemini | दुईस्वभाव | बुध |
कर्क | Cancer | चर | चंद्र |
सिंह | Leo | स्थिर | सूर्य |
कन्या | Virgo | दुईस्वभाव | बुध |
तुला | Libra | चर | शुक्र |
वृश्चिक | Scorpio | स्थिर | मंगल |
धनु | Sagittarius | दुईस्वभाव | गुरु |
मकर | Capricorn | चर | शनि |
कुंभ | Aquarius | स्थिर | शनि |
मीन | Pisces | दुईस्वभाव | गुरु |
यदि 360 डिग्री को 12 से विभआजित किया जाए तो एक राशि 30 डिग्री की होती है।
# | नक्षत्र | नक्षत्र स्वामी | पद 1 | पद 2 | पद 3 | पद 4 |
1 | अश्विनी | केतु | चु | चे | चो | ला |
2 | भरणी | शुक्र | ली | लू | ले | पो |
3 | कृत्तिका | सूर्य | अ | ई | उ | ए |
4 | रोहिणी | चंद्र | ओ | वा | वी | वु |
5 | मृगशीर्षा | मंगल | वे | वो | का | की |
6 | आर्द्रा | राहु | कु | घ | ड. | छ |
7 | पुनर्वसु | गुरु | के | को | हा | ही |
8 | पुष्य | शनि | हु | हे | हो | ड |
9 | अश्लेषा | बुध | डी | डू | डे | डो |
10 | मघा | केतु | मा | मी | मू | मे |
11 | पूर्बा फाल्गुनी | शुक्र | नी | टा | टी | टू |
12 | उत्तर फाल्गुनी | सूर्य | टे | टे | पा | पी |
13 | हस्त | चंद्र | पू | ष | ण | ठ |
14 | चित्रा | मंगल | पे | पो | रा | री |
15 | स्वाति | राहु | रू | रे | रो | ता |
16 | विशाखा | गुरु | ती | तू | ते | तो |
17 | अनुराधा | शनि | ना | नी | नू | ने |
18 | ज्येष्ठा | बुध | नो | या | यी | यू |
19 | मूला | केतु | ये | यो | भा | भी |
20 | पूर्वाषाढ़ा | शुक्र | भू | धा | फा | ढा |
21 | उत्तराषाढ़ा | सूर्य | भे | भो | जा | जी |
22 | श्रवण | चंद्र | खी | खू | खे | खो |
23 | धनष्ठा | मंगल | गा | गी | गु | गे |
24 | शतभिषा | राहु | गो | सा | सी | सू |
25 | पूर्वाभाद्रप्रदा | गुरु | से | सो | दा | दी |
26 | उत्तराभाद्रप्रदा | शनि | दू | थ | झ | ञ |
27 | रेवती | बुध | दे | दो | च | ची |
यदि 360 डिग्री को 27 से विभाजित किया जाए तो एक नक्षत्र 13 डिग्री 20(13 डिग्री 20 मिनट) का होता है।