Kalki Avatar of Bhagwan Vishnu: कब होगा पृथ्वी पर कल्कि का अवतार पुराण के मुताबिक यह कहा जाता है, की श्री हरि विष्णु कलयुग के अंत में कल्कि “Kalki Avatar” के रूप में अवतरित होंगे वह एक सफेद घोड़े पर बैठकर आएंगे क्या यह सच है? या फिर यह सिर्फ एक युग परिवर्तन का संकेत है| आइए जानिए हमारे साथ कल्कि अवतार का सच :-
कल्कि “Kalki Avatar” को भगवान विष्णु का दसवां अवतार माना जाता है ,यह भी कहा जाता है कि यह भगवान विष्णु का अंतिम अवतार होगा| माना जाता है कि यह अवतार कालचक्र के चार युगों में से अंतिम युग कलयुग में होगा| वेदों के अनुसार यह भी कहा जाता है कि भगवान कल्कि “Kalki Avatar” देवदत्त नामक घोड़े पर आरूढ़ होकर तलवार से दुष्टों को संघार करेंगे तब सतयुग का फिर से प्रारंभ होगा और कलयुग का अंत होगा| कहा जाता है कि जब इस धरती पर पाप की सीमाएं पार होने लगेंगी, तब इस धरती को पाप से मुक्त करने के लिए और दुष्टों का संहार करने के लिए भगवान विष्णु कल्कि के रूप में अवतरित होंगे|
“कलयुग” Kalki Avatar in kalyug
कलयुग को अंधेरे का युग भी कहा जाता है| लोगों के मन में यह सवाल आता है कि ऐसा क्या है जो बाकी युगों से कलयुग को अलग बनाता है | माना जाता है कि सौरमंडल जिस “महासूर्य” के आसपास परिक्रमा करता है और जब पृथ्वी की “महासूर्य” से दुरी चरम पर होगी और जितनी दूरी बढ़ती जाएगी उतनी ही इंसान की समझदारी व बुद्धि का विकास कम होने लगेगा इसलिए इन दोनों के बीच की दूरी सबसे ज्यादा कलयुग में मानी जाती है कलयुग में मानव बुद्धि अपने सबसे निचले स्तर पर होगी|
कलयुग में भगवान बुद्ध हिंदू धर्म के केंद्र माने जाते हैं| महाभारत में मेक प्रसंग देखने को मिलता है जब श्री कृष्ण से पांडव पूछते हैं कि हे कृष्ण ! अभी यह द्वापर का अंत चल रहा है और कलयुग का आरंभ होने वाला है तो आप हमें यह बताइए कि कलयुग की चाल या गति क्या होगी कैसी होगी? तब श्री कृष्ण कहते हैं तुम पांच भाई साथ जंगल में जाओ और जो भी तुम वहां देखो वह आकर तुम मुझे बताओ मैं तुम्हें उसका प्रभाव बताऊंगा | उनके कहने पर वह पांचों वन में चले जाते हैं और जो उन्होंने वहां जो देखा वह उसे देखकर वह आश्चर्यचकित रह गए | तो आइए जानते हैं उन्होंने ऐसा क्या देखा?
जब पांचों भाई वन में रहने लगे तब एक दिन वह पांचों अलग-अलग दिशाओं में एक भ्रमण को निकले तब उन भाइयों ने जो देखा उसका वर्णन कुछ इस प्रकार है :-
युधिष्ठिर ने जो देखा: युधिष्ठिर भ्रमण करते करते एक जगह पर पहुंचे जहां उन्होंने देखा की किसी हाथी के एक सूंड है तो किसी के दो सूंड हें| यह देखकर उन्हें कुछ समझ नहीं आया कि ऐसा कैसे हो सकता है|
अर्जुन ने जो देखा: अर्जुन दूसरी दिशा में भ्रमण कर रहे थे जब वह जंगल में कुछ दूर अंदर चले गए तो उन्होंने देखा कि कोई पक्षी है , जिसके पंखों के ऊपर वेदों की ऋचाएं लिखी हुई है परंतु वह पक्षी मुर्दों का मांस खा रहा है|
Kalki Avatar in kalyug of Bhagwan Vishnu
भीम ने जो देखा: दोनों भाइयों की तरह भीम ने भी भ्रमण करते करते एक गाय को देखा | वह गाय बछड़े को जन्म देकर उसे चाट रही थी और चाटते-चाटते वह बछड़ा लहूलुहान हो गया|
सहदेव ने जो देखा: जब सहदेव भ्रमण पर थे तब उन्होंने देखा कि वहां पर अनेकों कुएं है सभी में पानी है परंतु जो कुआं बीच में है वह बिल्कुल सूखा है हालाँकि वह कुआं सबसे गहरा है परंतु फिर भी उसमें पानी नहीं है|
नकुल ने जो देखा: अपने सभी भाइयों के भांति भ्रमण करते समय नकुल ने देखा कि एक पहाड़ से एक शिला लुढ़कती हुई जमीन की तरफ आ रही है, उसके रास्ते में अनेकों बड़े-बड़े वृक्ष आए और वह अनेकों शिलाओं से भी टकराई परंतु कोई भी उस शिला को रोक न पाया और अंत में वह जा के एक छोटे से पेड़ से टकराई और वह शिला वहीं रुक गई|
उसके बाद पांचों भाइयों ने बारी बारी से इन सभी आश्चर्यजनक घटनायों का वर्णन श्री कृष्ण के सामने किया और श्रीकृष्ण ने उन्हें बताया कि धर्मराज अब तुम कलयुग की बात सुनो ,कलयुग में ऐसे लोग होंगे जो दोनों ओर से शोषण करेंगे अथार्थ कहेंगे कुछ और करेंगे कुछ और मन से कुछ तथा कर्म से कुछ | कलयुग में ऐसे लोगों का राज होगा|
फिर से कृष्ण अर्जुन को कहते हैं कि कलयुग में ऐसे लोग रहेंगे जो बड़े ज्ञानी कहलाएंगे, धर्म की बड़ी-बड़ी बातें करेंगे परंतु उनके आचार-विचार राक्षसी जीवन के रहेंगे|
फिर श्री कृष्ण भीम को कहते हैं कि कलयुग में लोग मोह माया में अपने ही घर को बर्बाद करेंगे, मनुष्य शिशुपाल बन जाएंगे वह अपने बालकों के मोह में इतना खो जाएंगे कि उन्हें विकास का अवसर नहीं मिलेगा|
फिर श्रीकृष्ण ने सहदेव को कहा की लोग अपने बच्चों के विवाह में इतना पैसा खर्च कर देंगे जिसकी कोई उपरी सीमा नहीं परंतु वे लोग पड़ोस में अगर कोई व्यक्ति भूखा भी होगा तो उसे खाना देने के बारे में नहीं सोचेंगे, वह भूख के मारे तड़प-तड़प के मर जाए | वह उस पर ध्यान भी नहीं देंगे इसके साथ ही वे मदिरा-मांस भक्षण, सुंदरता और मौज-मस्ती में धन खर्च कर देंगे किंतु लोगों के आंसू पोंछने में उन्हें बिल्कुल ख़ुशी नहीं रहेगी|
फिर श्री कृष्ण सहदेव से कहते है कि कलयुग में मानव का मन बेहद नीचे गिर जाएगा उसका जीवन पतित हो जाएगा| जब श्री कृष्ण ने कलयुग के बारे में बताया तब पांडवों ने हमसे पूछा कि ऐसा भीषण काल कब खत्म होगा तब श्री कृष्ण ने कहा कि “हर युग के प्रकार जब पृथ्वी पर पाप का अत्याचार बढ़ने लगेगा तब मैं कलयुग में भी अवतार “Kalki Avatar” लूंगा और पापियों का अंत करूंगा”
कहा जाता है कि कलयुग के अंत में कल्कि “Kalki Avatar” का जन्म होगा| जैसे ही कलयुग खत्म होगा फिर से सतयुग शुरू हो जाएगा| देवी भागवत के अनुसार यह भी कहा जाता है कि विष्णु शर्मा नाम के एक व्यक्ति बिहार राज्य में जन्म लेगा, उन्हें विष्णु शर्मा जी के पुत्र कल्कि “Kalki Avatar” के रूप में सामने आएंगे और पापियों और कलयुग का अंत करके फिर से सतयुग स्थापना करेंगे|
जब यह कहा गया कि ’कल्कि “Kalki Avatar” सफेद उड़न घोड़े पर आएगा’ तो उसका एक लाक्षणिक मतलब था। जहां कहने का आशय था कि जब युग बदलेगा तो रोशनी आएगी और अंधियारे को नष्ट करेगी।
Kalki Avatar in kalyug of Bhagwan Vishnu is Not a Myth According to Hindu Dharam
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