Water Tank In House: हमारे शास्त्रों के अनुसार वास्तु सदैव बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है| जब भी कोई नया घर बनाया जाता है| पुराने घर में वास्तु दोष को दूर करने के लिए बात चलती है, तो जल का अपना महत्व होता है| आज हम इसी बात को मद्देनजर रखते हुए आपके लिए लेकर आए हैं पानी की टंकी (Water Tank) का वास्तु|
हमारे वास्तुशास्त्र में पानी, अग्नि, वायु, आकाश और पृथ्वी तत्व के लिए अलग-अलग दिशाएं बताई गई है| वास्तु शास्त्र के अनुसार यह सभी तत्व से जुड़ी चीजें अपने स्थान पर होने चाहिए अन्यथा घर में वास्तु दोष होता है |
Water Tank In House As Per Vastu
पानी की टंकी का वास्तु|
घर में दो प्रकार के वॉटर टैंक होता है|
- घर के ऊपर रखे जाने वाला|
- जमीन के अंदर बनाए जाने वाला|
There are 2 Types of Water Tank in a House.
- On The House
- UnderGround
घर के ऊपर रखे जाने वाला वॉटर टैंक| (Water Tank in House at The Top)
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पानी की टंकी उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए| उत्तर-पूर्व दिशा में होने के कारण यह बेहद लाभदाई होता है| आपके घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए जल एक बेहद महत्वपूर्ण तथा ध्यान देने लायक विषय है तथा इस दोष को दूर करने के लिए आपको यह ध्यान रखना पड़ेगा कि पानी की टंकी उत्तर-पूर्व दिशा में ही हो| उत्तर-पूर्व दिशा में पीने के पानी की टंकी होने से घर में सुख शांति बनी रहती है|
कौन सी दिशा में पानी की टंकी नहीं होनी चाहिए?(In Which Direction Water Tank In House is Not Placed)
- दक्षिण-पूर्व दिशा में भी पानी की टंकी का होना शुभ नहीं माना जाता क्योंकि इन दक्षिण-पूर्व दिशा अग्नि की दिशा मानी जाती है और अग्नि और पानी का मेल बेहद दुर्लभ है|
- 2. दक्षिण-पश्चिम दिशा को नैऋत्य कोण भी कहा जाता है| नैऋत्य कोण मैं पानी की टंकी होने के कारण घर में बीमारियां होने लगती है कर्जा बढ़ने लगता है, तथा घर के मुखिया को मानसिक तनाव होने लगता है|
- 3. दक्षिण दिशा को भी पानी की टंकी के लिए शुभ नहीं माना जाता|हमारे शास्त्रों के अनुसार दक्षिण दिशा को भूखी दिशा कहा जाता है|इस दिशा में पानी की टंकी होने से धनहानि होने लगती है|
जमीन के अंदर बनाए जाने वाला वॉटर टैंक| (Underground Water Tank in House)
भूमिगत पानी की टंकी आजकल हर घर में अनिवार्य रूप से बनाई जाती है| इस टंकी के होने से बेहद लाभ होता है, परंतु यह भी वास्तु के हिसाब से सही होनी चाहिए| भूमिगत पानी की टंकी घर के ईशान कोण यानी नार्थ-ईस्ट में होनी चाहिए| वास्तु की भाषा में नॉर्थ ईस्ट दिशा को वाटर डायरेक्शन भी कहा जाता है|पानी के लिए सबसे शुभ दिशा मानी जाने वाली नार्थ-ईस्ट दिशा ही है|
कौन सी दिशा में पानी की टंकी नहीं होनी चाहिए?(In Which Direction Water Tank In House is Not Placed)
- दक्षिण-पूर्व दिशा में भी पानी की टंकी का होना शुभ नहीं माना जाता क्योंकि इन दक्षिण-पूर्व दिशा अग्नि की दिशा मानी जाती है और अग्नि और पानी का मेल बेहद दुर्लभ है|
- 2. दक्षिण-पश्चिम दिशा को नैऋत्य कोण भी कहा जाता है| नैऋत्य कोण मैं पानी की टंकी होने के कारण घर में बीमारियां होने लगती है कर्जा बढ़ने लगता है, तथा घर के मुखिया को मानसिक तनाव होने लगता है|
- 3. दक्षिण दिशा को भी पानी की टंकी के लिए शुभ नहीं माना जाता|हमारे शास्त्रों के अनुसार दक्षिण दिशा को भूखी दिशा कहा जाता है|इस दिशा में पानी की टंकी होने से धनहानि होने लगती है|
जब भी पानी की टंकी बनाई जाए चाहे वह भूमिगत हो या घर के ऊपर रखे जाने वाली दोनों ही वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार होनी चाहिए,अन्यथा घर में वास्तु दोष होता है| अगर घर में पानी की टंकी के कारण वास्तु दोष होता है, तो घर में नकारात्मकता बढ़ने लगती है, धन हानि होने लगती है, मानसिक तनाव बढ़ने लगते हैं| इन सभी से बचने के लिए जब भी आप पानी की टंकी बनाए तो वास्तु नियमों का पालन जरूर करें|
Water Tank in House As Per Vastu 100% Working
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