अकाल मृत्यु या गर्भपात हुआ है तो उपाय करें
आपके घर में आपकी या कोई भी खून के रिश्ते की सन्तान हानि हुई है। उसके कारण आपके घर में बरकत नहीं है, घर में घुसने के बाद में सभी सदस्य किसी भी छोटी बात पर आपस में लडते रहते है या छोटी बात पर घर में विवाद उत्पन्न हो जाता है।
- इसकी निवृति के लिए आपको निम्न उपाय करने पडेंगें।
- सोमवार से शुक्रवार तक पहली रोटी व एक पाव दूध शिव मन्दिर में रखना पडेगा।
- घर से निकलते हुए बोलते हुए निकले कि आजा मेरे साथ चल तेरा खाना पीना मै लेकर चल रहा हूँ।
- इसके बाद में अगले मँगलवार से पाँच दिन यानि शनिवार तक रात्रि में आखिरी रोटी कुत्ते को डालें
- इसमें घ्यान रखने की बात है कि एक तरफ की रोटी तेल से चुपडी हुई हो।
- हम जिधर घी लगाते है उधर तेल व दूसरी तरफ घी लगावें
- 5 रविवार तक शिव मन्दिर में (जिस शिव मन्दिर में रोटी व दूध रक्खा था ) चौमुखा दिया तेल कोई सा भी लेकर लम्बी बत्ती से प्लस का निशान बनाकर इसके चारों मूँह जला देवें।
अकाल मृत्यु के बारे में और जानना है तो इसे पढ़े
ज्योतिषत्र के अनुसार, अगर कुंडली में अकाल की मृत्यु का योग है, तो आपको भोलेथ को याद रखना चाहिए। शिवशंकर जी के बारे में कहा जाता है कि जो लोग महाकाल के भक्त हैं, वे भी कुछ भी खराब नहीं कर सकते हैं। इसलिए, यदि अकाल की मृत्यु का डर है, तो इससे बचने के लिए, आपको पानी में तिल और शहद को मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। इसके अलावा, महाम्रत्युनजया मंत्र और ओम नमाह: शिवाय मंत्र का जप होना चाहिए। ध्यान रखें कि यह उपाय हर शनिवार को किया जाना चाहिए। ऐसा करते समय, मन में बहुत विश्वास और श्रद्धा होनी चाहिए, अन्यथा उसे कोई फल नहीं मिलता है।ज्योतिषत्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की अकाल की मौत का डर है, तो आपको मंगलवार और शनिवार को उपाय करना चाहिए। इसके लिए, तेल में काले तिल और जौ के आटे को गूंध लें और एक मोटी रोटी पकाएं। इसके बाद, उस रोटी को गुड़ और तेल में प्राप्त करें, फिर उस व्यक्ति को हटा दें जिसकी समय से पहले मौत उसके सिर से 7 बार डरती है। इसके बाद, इसे भैंस को खिलाएं। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से अकाल की मौत का डर खत्म हो सकता है।
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