कलयुग में भवसागर को पार लगाने वाले दो ही हैं नाम चाहे कृष्ण कहो या राम रामदूत हनुमानजी इन दोनों के ही सेवक माने जाते हैं....
Swipe Up
Read More
हनुमानजी को बलशालियों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है | इस संपूर्ण ब्रह्मांड में उनके आराध्य और आराध्य के भक्तों के सिवाय उन्होंने कोई झुका नहीं सकता........
Swipe Up
Read More
श्रीराम की आज्ञा से हनुमानजी एक कल्प तक इस धरती पर रहेंगे | एक कल्प में चारों युग के कई चक्र होते हैं.....
Swipe Up
Read More
हर युग और हर समय में उन्होंने श्रीराम, श्रीकृष्ण या अपने भक्तों को दर्शन दिए हैं | भीम और अर्जुन ने द्वापर युग में हनुमानजी के दर्शन किए थे.....
Swipe Up
Read More
कहते हैं कि हनुमानजी नेपाल तिब्बत सीमा पर स्थित गंधमादन पर्वत पर रहते हैं और वे वहां पर रहते हैं जहां पर रामायण का पाठ होता है.......
Swipe Up
Read More
सर्वप्रथम श्रीराम की कथा भगवान श्री शंकर ने माता पार्वतीजी को सुनाई थी। उस कथा को एक कौवे ने भी सुन लिया...
Swipe Up
Read More
हनुमान के पिता सुमेरु पर्वत के राजा केसरी थे तथा उनकी माता का नाम अंजना था। इसीलिए उन्हें अंजनी पुत्र कहा जाता है.......
Swipe Up
Read More
सूर्य, नारद के अलावा एक मान्यता अनुसार हनुमानजी के गुरु मातंग ऋषि भी थे। मातंग ऋषि शबरी के गुरु भी थे......
Swipe Up
Read More
रामभक्त हनुमानजी “Hanuman Ji” माता जगदम्बा के सेवक हैं | हनुमानजी माता के आगे-आगे चलते हैं और भैरवजी पीछे-पीछे....
Swipe Up
Read More
ऐसी भी किंवदती है कि भगवान राम जब राज सिंहासन पर विराजमान थे तब नारद ने हनुमानजी से विश्वामित्र को छोड़कर सभी साधुओं से मिलने के लिए कहा....
Swipe Up
Read More